घर में पौधे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ के लिए उपयोगी हैं । पेड़ पौधे हमें खुश रखते हैं । और उनकी कोमलता , तथा हरापन हमारे जीवन को सुन्दरता से भर देता है। कुछ सुगंध फैलाने वाले पौधे और उनकी हरियाली हमारे तन मन को विभोर कर देती है । तो कुछ पौधे हमें दिन प्रतिदिन की कठोरता और संघर्ष से भी परिचित करते हैं।
अनुसंधान बताते हैं , की पौधों के बीच रहने और उनमें काम करने से ब्लड प्रेशर कम होता है॥ तनाव घटता है , और आदमी सामान्यत : अच्छा अनुभव करता है । पेड़ पौधे उगाना , चाहे वह सब्जियों के हों या फूलों के, क्रोत्न हो या फर्न , अपनी विशेषताओं और सुन्दरता से लगभग सब लोगों का मन मोह लेते हैं । और एक पल के लिए ही सही खुशी से मुस्कान चेहरे पर आ जाती है।
घर के अंदर रहने वाके पौधे हमें प्रकृति के साथ रहने का अवसर प्रदान करते हैं। जब हम प्यार से उनकी देख भाल करते हैं तो वे बदले में हमें आनंद देते हैं । देख भाल करना , प्यार करना , मनुष्य की स्वाभाविक और सहज भावात्मक आव्यशकता होती है।
कहीं कहीं पर आजकल पौधों को रूगों के उपचार में सहायक मान कर कई वैज्ञानिक अनुसंधान कर रहे हैं । जैसे " अमेरिकन होर्टीकल्चर थेरापी असोशिएशन " । इनके होर्टीकल्चर की योजनाओं में औषधि के छेत्र में वृद्धों , विकलांग , रोगियों की देख भाल , अस्पताल , नर्सिंग होम , में कैंसर के रोगियों की कैमियो थैरेपी के स्वास्थ्य लाभ में सहायता मिल सकती है। अगर व्यक्ति थोडा सा मानसिक सुकून हरियाली और पेड़ पौधों के बीच महसूस करता है तो शीघ्र ही स्वस्थ हो सकता है।
इस विचारधारा को मानने वालों का कहना है की ये पेड़ पौधे किसी न किसी रूप में , प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से उन इन्द्रियों को स्पर्श करते हैं जो थोड़े क्षतिग्रस्त या संवेदनहीन हो गयें हैं ।
चमक दार और चटकीले फूल या पौधे आंखों को शीतल या उत्तेजित करते हैं । मिट्टी की सोंधी गंध , नमी और हलकी महक हमें सुख शांती अनुभव कराती है। और अच्छी सुखद स्मृतियों को जगाती है ।
पेड़ पौधों को छूना , सहलाना , हमें शांत करता है । जब हम उसके साथ होते हैं पत्तों को पानी से धोतें हैं पदों को नहलाते हैं भिगाते हैं , या सूखे पत्तों को हटा कर उसे सुंदर बनाते हैं तो हमें भीतर से बहुत अच्छा महसूस होता है। कोमल, सौम्य और सुख देने वाला ।
जब कोई बीमार , अस्वस्थ व्यक्ति स्वस्थ होने की प्रक्रिया से गुज़र रहा होता है तब बगीचे में थोड़ी देर के लिए टहलना , थोड़ी देर हरियाली के बीच बैठना , और अपने लोगों के बीच रहना उन्हें जल्दी ठीक होने में सहायक होता है । उनकी निराशा , दुःख , पीडा थोड़ी कम होती है । सहन कर सकने की शक्ति बढ़ती है।
ये सब यदि देखा जाए तो पेड़ पौधों के साथ रहने के सकारात्मक प्रभाव हैं। अपने काम करने के स्थान पर भी हरे भरे पौधों को गमले में रखा जा सकता है । जो सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करते है.वातावरण को आरामदेह , आकर्षक , और स्वस्थ बनाते हैं । कार्य क्षमता को और अधिक विकसित करतें हैं
Wednesday, July 1, 2009
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