बिटिया मेरी
गूंज उठी कलरव से फूलों की बगिया मेरी
घर आंगन में बोल उठी बिटिया मेरी ,
चहक चहक कर फुदक रही , फूल फूल पर
थिरक रही, गुन -गुन -गुन की मधुर ध्वनी से ,
गूँज रही , फूलों की बगिया मेरी ,बोल उठी बिटिया मेरी
मम्मी ,पापा,बाबा ,दादी कहती , घर आँगन में डोल रही
\कभी पीठ पर ,कभी पाँव पर बैठी झूला झूल रही ,
बिटिया मेरी घर आँगन में बोल उठी बिटिया मेरी
कभी नाचती धुन पर ,टी .वी के गानों पर
कभी ठुमकती रुनक झुनक कर पायल को छनकाती
घर आँगन में धू म मचाती बोल रही बिटिया मेरी
गूंज उठी कलरव से फूलों की बगिया मेरी
घर आंगन में बोल उठी बिटिया मेरी ,
चहक चहक कर फुदक रही , फूल फूल पर
थिरक रही, गुन -गुन -गुन की मधुर ध्वनी से ,
गूँज रही , फूलों की बगिया मेरी ,बोल उठी बिटिया मेरी
मम्मी ,पापा,बाबा ,दादी कहती , घर आँगन में डोल रही
\कभी पीठ पर ,कभी पाँव पर बैठी झूला झूल रही ,
बिटिया मेरी घर आँगन में बोल उठी बिटिया मेरी
कभी नाचती धुन पर ,टी .वी के गानों पर
कभी ठुमकती रुनक झुनक कर पायल को छनकाती
घर आँगन में धू म मचाती बोल रही बिटिया मेरी
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