Tuesday, December 18, 2012

biitaawarsh

बीता वर्ष

बीता वर्ष ,गया  संघर्ष
.नूतन वर्ष मनाओ  हर्ष  ,
 खुशियों  की  सौगात लिये
,कलियों की  बारात  लिए
,रंग  बिरंगे  फूल खिलें हैं
,उपवन उपवन हिले मिले हैं ,
आशाओं से झूम रहा मन ,
कितने सपनें देख रहा मन ,
छोटी सी खुशियाँ अपार ,
कैसा भी हो मन का विकार
 निराशा  हो या अन्धकार
 मन में उमंग ,उठती तरंग
 नूतन  वर्ष मनाओ हर्ष
 बीता वर्ष गया संघर्ष
,

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