बीता वर्ष
बीता वर्ष ,गया संघर्ष
.नूतन वर्ष मनाओ हर्ष ,
खुशियों की सौगात लिये
,कलियों की बारात लिए
,रंग बिरंगे फूल खिलें हैं
,उपवन उपवन हिले मिले हैं ,
आशाओं से झूम रहा मन ,
कितने सपनें देख रहा मन ,
छोटी सी खुशियाँ अपार ,
कैसा भी हो मन का विकार
निराशा हो या अन्धकार
मन में उमंग ,उठती तरंग
नूतन वर्ष मनाओ हर्ष
बीता वर्ष गया संघर्ष
,
बीता वर्ष ,गया संघर्ष
.नूतन वर्ष मनाओ हर्ष ,
खुशियों की सौगात लिये
,कलियों की बारात लिए
,रंग बिरंगे फूल खिलें हैं
,उपवन उपवन हिले मिले हैं ,
आशाओं से झूम रहा मन ,
कितने सपनें देख रहा मन ,
छोटी सी खुशियाँ अपार ,
कैसा भी हो मन का विकार
निराशा हो या अन्धकार
मन में उमंग ,उठती तरंग
नूतन वर्ष मनाओ हर्ष
बीता वर्ष गया संघर्ष
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