मशाल
मशाल जलनी चाहिए
लौ न बुझनी चाहिए
प्रबल झंझावात हो
या कि चक्रवात हो
आग जलनी चाहिए
लौ न बुझनी चाहिए।।
कब कहाँ किस नीति से
अपनी सुरक्षा हम करें
लक्ष्य पर ही ध्यान हो
सतर्क सावधान हों
खुद भी जिये और जीने दे
का भाव साथ में लिये
सहानुभूति, प्रेम का
विचार साथ में लिये
मशाल जलनी चाहिए
लौ न बुझनी चाहिए
आस रहनी चाहिए
लौ न बुझनी चाहिए
मशाल जलनी चाहिए
लौ न बुझनी चाहिए
प्रबल झंझावात हो
या कि चक्रवात हो
आग जलनी चाहिए
लौ न बुझनी चाहिए।।
कब कहाँ किस नीति से
अपनी सुरक्षा हम करें
लक्ष्य पर ही ध्यान हो
सतर्क सावधान हों
खुद भी जिये और जीने दे
का भाव साथ में लिये
सहानुभूति, प्रेम का
विचार साथ में लिये
मशाल जलनी चाहिए
लौ न बुझनी चाहिए
आस रहनी चाहिए
लौ न बुझनी चाहिए
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