समय
समय बड़ा बलवान
समय बड़ा अधिकारी शासक?
देनी पड़ती हर को कीमत
समय भाँगता जो भी, सब नत मस्तक।
समय, समय का खेल बना
जगजीवन, वन उपवन, जड़ चेतन
बच्चे हुये जवान, जवान बूढ़े फिर जर्जर
कहाँ रोक पाया? कोई यह परिवर्तन
जो अधखिली कली थी
आज फूल बन विहँस रही
जो फूल खिला था उपवन में
वह आज सूख कर, विवश पड़ा
यह न रूकेगा यह न डरेगा
कल आज हुआ आज फिर कल होगा
इसी तरह चलता जायेगा समय विकल
सरक-सरक कर सरक जायेगा
जगमूक देखता रह जायेगा
जग मूक देखता रह जायेगा
समय बड़ा बलवान बड़ा अधिकारी शासक
देनी पड़ती हर को कीमत
समय बड़ा बलवान
समय बड़ा अधिकारी शासक?
देनी पड़ती हर को कीमत
समय भाँगता जो भी, सब नत मस्तक।
समय, समय का खेल बना
जगजीवन, वन उपवन, जड़ चेतन
बच्चे हुये जवान, जवान बूढ़े फिर जर्जर
कहाँ रोक पाया? कोई यह परिवर्तन
जो अधखिली कली थी
आज फूल बन विहँस रही
जो फूल खिला था उपवन में
वह आज सूख कर, विवश पड़ा
यह न रूकेगा यह न डरेगा
कल आज हुआ आज फिर कल होगा
इसी तरह चलता जायेगा समय विकल
सरक-सरक कर सरक जायेगा
जगमूक देखता रह जायेगा
जग मूक देखता रह जायेगा
समय बड़ा बलवान बड़ा अधिकारी शासक
देनी पड़ती हर को कीमत
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