Sunday, April 20, 2014

EHASAS

                                                                        एहसास
      यह मन ही तो है जिसके इर्द-गिर्द, वातावरण से प्रभावित होकर हमारे जीवन की हर क्रिया-प्रतिक्रिया संचालित होती है मन अगर खुश है, आशान्वित है तो सारा संसार, संघर्ष और सुख-दुख के थपेड़े सहन करने की असीम ऊर्जा आ जाती है और मन पर निराशा और संशय के बादल छाये हो तो सब कुछ वैसा ही निष्क्रिय उदास और गहन पीड़ा से भरा हुआ लगता है। आलस्य घिर आता है हिम्मत छूट जाती हे जीवन के डोर की पकड़ ढ़ीली होने लगती है।
       ऊर्जा, स्फूर्ति और अदम्य साहस के स्त्रोत है, प्यार संवेदना और सुरक्षा की भावना। प्यार का एक मीठा बोल, सान्त्वना का एक कोमल स्पर्श और साथ-साथ सदैव बने रहने का विश्वास्त आश्वासन। कितने आश्चर्यजनक परिवर्तन साहस ही नही दुससाहस, संघर्षों से जूझ कर जीतने की जिजीविषा। सफलता-सफलता-सफलता। पीछे मुड़कर न देखने की आवश्यकता। प्रशस्त और उज्जवल पथ। यह सब अहसास ही तो है केवल अहसास।
जिन्दगी खूबसूरत और बेहद खूबसूरत नजर आती
जब अहसास होता है कि
कोई मुझे प्यार करता है
कल्पनाओं के पंख लग जाते है
मन हर ऊँचाइयों को छूना चाहता है
निस्सीम गगन में उड़ना चाहता है
जब अहसास होता है कि
कोई मेरे लिये दिल से सोचता है
मंजिले साफ, बिल्कुल साफ नजर आती है
दीवानगी हद से गुजर जाती है
कदमों की चाल में निखार आ जाता है
जब अहसास होता हे कि
गर लड़खड़ाऊँ, कोई थाम लेगा
गले से लगा कर कोई प्यार देगा
जिन्दगी, खूबसूरत बेहद खूबसूरत
नजर आती है, नजर आती है।                    

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